Family Sex StoriesGaram KahaniHindi Sex StoriesKamvasnaLesbian SexMausi ki ChudaiNangi LadkiOral Sex

लंड की प्यासी मौसी की चूत- 2

लंड की प्यासी मेरी मौसी की चूत की लेस्बियन सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि कैसे मैंने अपनी मौसी की कामवासना जानकर मौसी को समलिंगी लेस्बियन सेक्स के लिए उकसाया और मजा लिया.

हैलो फ्रेंड्स, मैं पायल एक बार फिर से अपनी लेस्बियन सेक्स स्टोरी के अगले भाग को लेकर आपके सामने हूँ.

Responsive Image Grid

मेरी लेस्बियन सेक्स स्टोरी के पिछले भाग
लंड की प्यासी मौसी की चूत- 1
में आपने जाना था कि मेरी मौसी लंड न मिल पाने के कारण चुदासी थीं और उनको लेस्बियन सेक्स करने की चुल्ल हो रही थी.

मैंने उनको एक लेस्बियन सेक्स की क्लिप दिखा दी थी और अब उनकी चूत में आग लग चुकी थी.

अब आगे की लेस्बियन सेक्स स्टोरी:

Responsive Image Grid

फिर मैंने मौसी को आवाज़ लगाई- मौसी ज़रा तौलिया देना प्लीज़.
मौसी ने जल्दी से मोबाइल बंद करके उससे चार्ज में लगा छोड़ा और मुझे तौलिया देने आ गईं.

मैंने मौसी से जानबूझ कर कहा- मौसी आपके पास कोई नाइटी है, तो मुझे दे दो … रात में सूट पहन कर सोने में दिक्कत होती है.

मौसी ने झट से मुझे अपने एक सेक्सी सी नाइटी मुझे पहनने को दे दी.

मैंने देखा कि मौसी अब मुझे बड़े प्यार से देखने लगी थीं … शायद उन्हें अहसास हो गया था कि मैं ही वो लड़की हूँ जो उनकी कामना को पूरी कर सकती हूँ. मैंने भी जानबूझ कर नाइटी के अन्दर पैंटी और ब्रा नहीं पहनी थी ताकि मौसी मेरे करीब आएं, तो जल्दी ही उत्तेजित हो जाएं.

हम दोनों खाना खा कर कम्बल में सोने आ गयी.

उस दिन मौसी ने स्लीवलैस नाइटी पहनी थी, जो काफ़ी ढीली भी थी. इसमें से उनकी बगलों के पास से काफी खुला हुआ था, जिससे जरा से भी आगे पीछे होने में या झुकने में उनके मम्मे साफ़ दिखाई दे रहे थे. मुझे साफ़ समझ आ रहा था कि मौसी ने भी ब्रा नहीं पहनी थी. मैं उनकी सफाचट बगलों को देख कर एग्ज़ाइटेड हो रही थी.

मौसी मेरे साथ कम्बल में आ गईं. अब हम दोनों चुप थे और केवल हमारी सांसों की आवाज़ आ रही थी, जो सामान्य से काफी तेज़ थी और साफ़ सुनाई दे रही थी.

तभी मौसी ने चुप्पी तोड़ी और उन्होंने मुझसे पूछा- पायल तूने कभी सेक्स किया है?
मैंने उनसे कहा- नहीं.

उन्होंने मुझसे पूछा- तू जब एग्ज़ाइटेड होती है … तब क्या मेरी ही तरह चूत में उंगली करके पानी निकाल लेती है और संतुष्ट हो जाती है?
मैंने शर्माते हुए उनसे कहा- हां.
वो हंस पड़ीं.

मैंने उनसे पूछा- क्या आप भी क्या उंगली करती हो … क्या मौसा जी आपको संतुष्ट नहीं करते हैं?
तो उन्होंने कहा- वो करते तो हैं … पर 6 महीने में एक बार घर आते हैं. इस बीच में भी तो सेक्स की भूख लगती है न!

मैंने हां में सर हिला दिया.

फिर उन्होंने मुझसे कहा- मैंने तेरे मोबाइल में वो गंदी वीडियो देखी.
मैंने अंजान बनने का नाटक किया और घबराने का भी.
मौसी ने मुझसे आगे कहा- तू घबरा मत … मैं तेरी फ्रेंड की तरह ही हूँ.

इसके बाद मौसी दूसरी तरफ पलट कर सो गईं. मुझे लगा कि मेरे अरमानों पर जैसे पानी फिर गया हो.
मैं भी उदास होकर दूसरी तरफ घूम कर सो गयी. लेकिन होना वही होता है, जो लिखा होता है.
मौसी थोड़ी देर बाद मेरी तरफ घूम गयी और मेरे शरीर से चिपक गईं.

मेरा दिल जोरों से धड़कने लगा. मुझे एहसास हुआ, जैसे मौसी पूरी नंगी हो गई थीं … पर उन्होंने खाली पैंटी पहनी हुई थी. उन्होंने न जाने कब अपनी नाइटी उतार दी थी, मुझे मालूम ही नहीं चला था.

अब उन्होंने धीरे धीरे मेरी नाइटी को अपने हाथों से ऊपर किया और मेरी जांघों पर हाथ फेरने लगीं. मौसी धीरे धीरे मेरी चूत तक आ पहुंची थीं. वो धीरे धीरे मेरी चूत पर उंगलियां फेर रही थीं. मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था.

फिर मौसी ने मुझसे कहा- पायल जैसा वीडियो में हो रहा था … क्या तू वैसे ही मेरे साथ सेक्स करेगी?

मैं उनकी तरफ मुड़ी और उनके होंठों से अपने होंठ लगा कर पागलों की तरह उन्हें किस करने लगी.
मौसी भी इसमें मेरा भरपूर साथ दे रही थीं.

फिर मौसी ने मेरी नाइटी भी उतार दी और मुझे पूरी नंगी कर दिया.

अब वो मेरी चुचियों को मसलने लगीं और उन्हें बारी बारी से चूसने लगीं. मैं भी मौसी के नंगे बदन को चूम रही थी.

फिर मैंने मौसी को अपने से दूर किया और उनकी पैंटी उतार कर उसे सूंघने लगी. मुझे मस्ती चढ़ने लगी तो मैंने अपना मुँह उनकी बगलों से लगा दिया और उधर की सम्वेदनशील त्वचा को चाटने लगी.

अपनी बगलों में मेरी जीभ को पाकर मौसी भी पागल सी हो रही थीं. वो कामुक वासना से लबरेज सिसकारियां भर रही थीं.

मौसी मुझसे कहने लगीं- पायल आज मेरी चूत को फाड़ दे … मुझे अपनी रांड बना ले साली.

यह सब सुनकर मैं और एग्ज़ाइटेड हो रही थी और उनके चुचों में दांत भी काट रही थी.

मैं भी मौसी की चूचियों को चूसते हुए उन्हें गाली देने लगी- ले साली लंड की भूखी रांड साली … लंड क्यों नहीं ढूंढ लेती कोई … आह बड़ी मस्ती चूचियां हैं.
मौसी भी मस्ती में बड़बड़ाते हुए कह रही थीं- आहन … उन्ग्ग … ओह … और ज़ोर से काट मेरे निपल्स को … आह मुझे मज़ा आ रहा है. मेरी चूत को लंड ही नहीं मिल रहा है. तू अपने ब्वॉयफ्रेंड को ले आ … उसी से चुदवा लूंगी … आह चूस ले.

मैं और ज़ोर से उनके मम्मों के ऊपर बड़े और कड़क हो चुके चूचुकों को अपने दांतों से खींच कर हल्के हल्के से काट रही थी.

मौसी अपने हाथ से मेरे सर को दबाते हुए अपने मम्मों को मानो मेरे मुँह में घुसेड़ देना चाह रही थीं.

मैंने मौसी को लिटा दिया और अपनी जीभ से उनके पूरे जिस्म को चाटने लगी. मौसी भी पूरा मज़ा ले रही थीं.

फिर मौसी ने मुझे लिटा दिया और वो मेरा पूरा बदन चूमने लगीं. मौसी भी शरारत में मेरे बदन पर इधर उधर दांत से काट रही थीं. साथ साथ में वो मुझे गंदी गालियां भी दे रही थीं.

मौसी ने फिर मेरी जांघों पर चूमना शुरू किया और जांघों से चूमते हुए वे मेरी चूत पर आ गईं. मुझे एकदम से सनसनी हुई और मैंने मौसी का सर अपनी चूत पर दबाना चाहा. मगर उन्होंने मुझे पलट दिया और मेरी गांड चाटने लगीं. कसम से मुझे इतना मज़ा आ रहा था कि पूछो ही मत.

मैंने उनसे चूत चाटने का इशारा किया तो मौसी ने मुझे फिर पलट दिया और मेरी चूत पर अपनी जीभ से हरकत करना शुरू कर दी. वो मेरी चूत को पूरी मस्ती से चाट रही थीं. मेरी टांगें खुद ब खुद फ़ैल गई थीं और मैं अपनी गांड उठा कर अपनी मौसी से अपनी चूत चटवाने का मजा लेने लगी थी.

फिर उन्होंने बेड के ड्रॉयर से डेरी मिल्क को निकाला और उसका एक टुकड़ा मेरी चूत के अन्दर डाल दिया. चॉकलेट का आधे से ज्यादा हिस्सा चूत की फांकों में फंसा था और चूत की गर्मी से पिघलने लगा था. मौसी अपनी जीभ से चॉकलेट को चूसने और चाटने लगीं. मैं इतनी ज्यादा एग्ज़ाइटेड हो गयी थी कि मैं 5 मिनट में ही झड़ गयी.

मौसी ने मेरी चूत से निकला सारा माल चाट चाट कर साफ़ कर दिया.

मैं निढाल हो कर बिस्तर पर लेटी हुई लम्बी लम्बी सांसें लेने लगी.

उन्होंने मुझसे कहा- पायल तेरा तो हो गया … अब मेरी बारी है.

मैं उनकी चूत के पास अपना मुँह ले गयी. उनकी चूत से गंदी सी महक आ रही थी, पर इस वक्त मुझे वो महक बड़ी मस्त लग रही थी. मैंने अपनी मौसी की चूत को चाटना शुरू कर दिया.

मैंने अपनी जीभ को नुकीला करके पूरी उनकी चूत की गहराइयों में डालना शुरू कर दी.

वो भी गंदी गंदी गालियां दे रही थीं. मौसी ने मुझसे कहा- तू मुझे मर्द बन कर चोद … मादरचोदी … अपनी चूत मेरी चूत से रगड़ कुतिया … फिर ज्यादा मज़ा आएगा.

मैं मान गयी. मैंने मौसी की एक टांग को उठा कर अपने कंधों पर रखा और अपनी चूत उनकी चूत पर चिपका कर ज़ोर ज़ोर से रगड़ने लगी.

मौसी भी इसमें मेरा भरपूर साथ दे रही थीं. कभी मैं मौसी के ऊपर हो जाती थी, कभी मौसी मेरे ऊपर चढ़ जाती थीं.

हम दोंनो एक दूसरे से बेइंतेहा प्यार कर रहे थे. हमारी चूत इतनी गरम हो चुकी थीं … जैसे धड़कती हुई भट्टी हों. हम दोनों एक दूसरे को बेतहाशा चोद रहे थे.

तभी मौसी ने मुझे बीच में ही रोका और वो जल्दी से किचन में नंगे ही जाकर एक खीरा ले आईं. कमरे में आकर मौसी ने उस पर एक कंडोम को पूरी तरह चढ़ा दिया और आधा अपनी चूत में डाल लिया. फिर उन्होंने मुझसे कहा कि आधा तू अपनी चूत में डाल कर मुझे चोद.

मैंने मौसी से कहा कि इतने मोटे खीरे से तो मेरी चूत ही फट जाएगी.
तो मौसी ने कहा- साली लड़कियों की चूत की गहराई इतनी होती है कि वो चूत के अन्दर कुछ भी घुसा सकती हैं. ये तो साला एक मामूली सा खीरा है.

मैंने मौसी की बात मान ली. अब मैं उन्हें खीरे के साथ पेल रही थी. करीब आधे घंटे हम दोनों एक दूसरी को चोदती रही.

फिर मौसी ने मुझसे कहा- पायल, मैं अब झड़ने वाली हूँ.
मैंने मौसी से कहा- मुझे भी आपका माल पीना है.

मौसी ने मुझे झट से अपनी चूत से सटा लिया. मैंने मौसी का झड़ा हुआ सारा माल पी लिया. उनकी चूत का रस काफी नमकीन था … और टेस्टी था.

फिर मौसी ने मुझे किस किया और हम दोनों थके हुए पसीने पसीने बेड पर नंगे ही लेट गए.

मौसी ने मुझसे कहा कि पायल आज मेरी ज़िंदगी का अब तक का सबसे बेस्ट सेक्स हुआ है … इतना मज़ा तो मुझे सुहागरात में भी नहीं आया था.

उस रात मैंने और मौसी ने 3 बार सेक्स किया … फिर हम नंगे ही सो गए.

मौसी ने मुझसे प्रॉमिस लिया कि जब भी हमें चूत में खुजली होगी, हम हमेशा ऐसे ही एक दूसरे साथ सेक्स करेंगे.

मैंने उनको प्रॉमिस दे दिया.

मेरे एग्जाम के दो पेपर और बचे थे. उसे मैंने दे दिए. अभी मेरी 8 दिन की छुट्टी और बची हुई थी. उस दौरान मैंने और मौसी ने एक दूसरे को खूब चोदा. हम दोनों ने तो इतना मस्त लेस्बियन किया था कि कुछ नई पोजीशन्स का भी ईजाद कर दिया था.

कभी हम दोनों बाथरूम में नहाते हुए, कभी किचन में खाना बनाते हुए. कभी डाइनिंग टेबल पर खाना खाते हुए. हम दोनों ने घर का एक कोना भी ऐसा नहीं छोड़ा था, जहां हम दोनों सेक्स ना किया हो.

जब तक मैं मौसी के यहां थी, तब तक हम दोनों बिना ब्रा पैंटी के नाइटी में घूमा करते थे.

फिर मौसी के बेटे यानि मेरे भाई की छुट्टियां हो रही थीं … इसलिए वो आने वाला था. उसके आने से पहले ही मैं वापस अपने घर आ गयी.

फिर भी मैं वीकेंड पर मौसी के यहां चली जाती हूँ और दो दिन में पूरे हफ्ते भर की कसर निकाल लेती हूँ. हमारे इस रिश्ते को डेढ़ साल हो गए हैं. यह अभी तक चालू है. लेकिन पता नहीं कितने दिनों तक ये खेल और चल पाएगा.

आपको मेरी इस मदमस्त कर देने वाली दो चूत की रगड़ाई वाली लेस्बियन सेक्स स्टोरी को लेकर क्या कहना है … और आपको मेरी लेस्बियन सेक्स स्टोरी कैसी लगी, प्लीज़ मुझे मेल जरूर करें.

[email protected]

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Adblock Detected

please remove ad blocker